आर्टिकलशिप एक CA के छात्र के जीवन का वह समय है जब वह चार्टर्ड अकाउंटेंसी की एक्चुअल और प्रैक्टिकल दुनिया में कदम रखता है। इस समय के दौरान छात्र वह सब काम और क्वालिटीज सीखते है जो कि एक प्रोफेशनल CA के अंदर होनी चाहिए । इस आर्टिकलशिप को छात्रों को बहुत ही गंभीरता से लेना चाहिए ताकि वह सारा काम अच्छे से सीख पाएं और आगे चल कर उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी ना आए।
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Dummy Articleship नहीं करें
यह एक ऐसी गलती है जो बहुत से छात्र कर बैठते हैं। कभी भी डमी आर्टिकलशिप ना करें। आर्टिकलशिप एक CA course के छात्र का एक ऐसा समय होता है जब वह किताबी नॉलेज को छोड़ कर असल दुनिया में कदम रखता है। इस बीच वह सारे काम सीखता है जो की एक प्रोफेशनल CA को आने चाहिए। यह आपके पूरे CA Career का सबसे महत्वपूर्ण समय है। इस से आपकी ऑडिटिंग, अकाउंटिंग जैसे सब्जेक्ट्स की प्रैक्टिकल नॉलेज बढ़ती है जो आपके लिए बहुत ही लाभदायक है। अपनी आर्टिकलशिप में पूरा इंटरेस्ट लें और मन लगाकर सारा काम सीखें।
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आर्टिकलशिप के दौरान पढ़ाई ना करना
बहुत से छात्र यह गलती करते हैं जिसका उन्हें आगे चल कर नुकसान उठाना पड़ता है। आर्टिकलशिप का समय एक बहुत ही लंबा समय होता जिसकी वजह से छात्रों का बहुत आसानी से पढ़ाई से ध्यान हट जाता है। बहुत से छात्रों का पढ़ाई छोड़कर पैसे कमाने में ध्यान जाने लगता है। लेकिन हम आपको बता दें कि अगर आप ऐसा सोच रहे हैं तो यह सोच आपको आगे चल कर काफ़ी भारी पड़ सकती है। अपनी पढ़ाई में कंसिस्टेंट रहें। CA Final की परीक्षा एक बहुत ही महत्वपूर्ण परीक्षा होती है जिसमें आपकी पांचों सालों की मेहनत काम आती है। अगर एक बार आप पढ़ाई का फ्लो तोड़ देंगे तो आपको आखिरी परीक्षा के लिए तैयारी करने में काफी दिक्कत आएगी।
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ICAI के द्वारा दिए गए स्टडी मटेरियल को इग्नोर करना
पहले तो आपको अपनी पढ़ाई में कंसिस्टेंट रहना है। यह आपके लिए आगे चल कर बहुत ही लाभदायक साबित होगा। जब भी आप कोई टॉपिक या कॉन्सेप्ट पढ़ कर ख़तम करें तो उसके तुरंत बाद उसे ICAI के द्वारा दिए गए स्टडी मटेरियल में से भी सॉल्व करें। इसमें परीक्षा के पैटर्न से रिलेटेड प्रश्न होते हैं जो आपको परीक्षा में बहुत फायदा करेंगे। स्टडी मटेरियल सॉल्व करने से आपको अपनी कमियों का भी अंदाज़ा लगेगा और किस टॉपिक पर आपको और मेहनत करनी है उसका भी पता चलेगा।
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प्रॉपर प्लांनिंग ना करना
किसी भी परीक्षा में सफलता पाने के लिए ज़रूरी है कि आप उसकी तैयारी करने से पहले एक प्रॉपर प्लांनिंग करें और उस प्लान को फॉलो करें। बिना किसी शेड्यूल और टाइमटेबल के पढ़ने से आपको फायदा नहीं होगा। कौनसे टॉपिक्स आपने पढ़ लिए कौन से बचे हैं इसका ट्रैक रखें और फिर उस हिसाब से अपनी तैयारी करें। प्रोकैस्टिनेशन का शिकार ना बनें।
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रेगुलर लिख कर प्रैक्टिस ना करना
आर्टिकलशिप के लंबे समय के दौरान छात्रों की परीक्षा लिखने की प्रैक्टिस छूट जाती है। लिखने से आपको कोई भी टॉपिक लंबे समय तक याद रहेगा। लिख कर प्रैक्टिस करने से आपकी प्रेजेंटेशन स्किल्स भी इंप्रूव होंगे व आपकी स्पीड भी बढ़ेगी। बहुत से छात्रों के परीक्षा के समय आते हुए प्रश्न भी छूट जाते हैं क्योंकि उनकी लिखने की स्पीड तेज़ नहीं होती। परीक्षा समय जितना टाइमर लगा कर लिखने कि प्रैक्टिस करें। यह आदत आपको अंतिम परीक्षा में बहुत ही लाभदायक साबित होगी और आप परीक्षा में ज़रूर पास होंगे।